आख़िर तक – संक्षेप में
- मणिपुर के सात जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित और कर्फ्यू लागू।
- इम्फाल घाटी में प्रदर्शनकारियों ने विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की।
- तीन महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या के बाद हिंसा भड़की।
- शव जिरिबाम जिले में एक नदी किनारे पाए गए।
- केंद्र ने छह पुलिस थानों के क्षेत्र में फिर से AFSPA लागू किया।
आख़िर तक – विस्तार में
मणिपुर में हिंसा की स्थिति और गंभीर हो गई है, जिसके चलते इम्फाल वेस्ट, इम्फाल ईस्ट, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कंगपोकपी, और चुराचांदपुर जिलों में इंटरनेट सेवाएं अगले दो दिनों के लिए बंद कर दी गई हैं।
इम्फाल घाटी में प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय विधायकों के घरों पर हमला किया। सपम निशिकांत सिंह और आरके इमो के घरों पर तोड़फोड़ और आगजनी हुई।
जिरिबाम जिले में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव पाए जाने के बाद तनाव बढ़ा। बताया जा रहा है कि ये सभी राहत शिविर में रह रहे थे और सोमवार को एक मुठभेड़ के बाद गायब हो गए थे।
11 नवंबर को बोराबेकरा पुलिस स्टेशन पर उग्रवादियों ने हमला किया था, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया। इस मुठभेड़ में 11 उग्रवादी मारे गए, लेकिन उन्होंने जाते समय राहत शिविर से इन महिलाओं और बच्चों को अगवा कर लिया।
AFSPA फिर से लागू:
केंद्र सरकार ने हालात को देखते हुए मणिपुर के छह पुलिस थानों में आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स एक्ट (AFSPA) को फिर से लागू कर दिया है।
पिछले साल 3 मई से मणिपुर में कुकी और मीतई समुदायों के बीच जातीय हिंसा में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं।
याद रखें ये मुख्य बातें
- सात जिलों में कर्फ्यू और इंटरनेट बंद।
- तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव जिरिबाम में मिले।
- विधायकों के घरों पर प्रदर्शनकारियों का हमला।
- AFSPA को फिर से लागू किया गया।
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