मेटा के छंटनी निर्णय पर मार्क जुकरबर्ग का बयान

आख़िर तक
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मेटा के छंटनी निर्णय पर मार्क जुकरबर्ग का बयान

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. मेटा ने 5% कर्मचारियों की छंटनी करने का निर्णय लिया है, जिनमें से अधिकांश कम प्रदर्शन करने वाले कर्मचारी होंगे।
  2. CEO मार्क जुकरबर्ग ने इसकी घोषणा एक आंतरिक memo में की और इसे प्रदर्शन में सुधार के उद्देश्य से बताया।
  3. मेटा के कर्मचारियों की संख्या लगभग 72,000 थी, इसलिए 5% की कटौती से करीब 3,600 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं।
  4. जुकरबर्ग ने कहा कि अब कर्मचारियों की छंटनी पहले से ज्यादा सख्ती से की जाएगी।
  5. मेटा ने प्रभावित कर्मचारियों को “प्रोत्साहक मुआवजा” देने का आश्वासन दिया है, और इसे “साल की कुशलता” पहल के तहत किया जा रहा है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

मेटा की छंटनी का निर्णय
मेटा (पूर्व में फेसबुक) ने 2024 में 5% कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला लिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रदर्शन में सुधार और अधिक प्रभावी कार्यप्रणाली लाना है। कंपनी ने 2022 और 2023 के दौरान अपनी नीति में कई बदलाव किए हैं, जो कर्मचारियों को और अधिक मेहनती और कुशल बनने की चुनौती देते हैं। CEO मार्क जुकरबर्ग ने आंतरिक memo में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि अब तक जो कर्मचारी प्रदर्शन मानकों को पूरा नहीं करते थे, उन्हें एक साल में बाहर किया जाता था, लेकिन अब ये निर्णय और तेजी से लिए जाएंगे।

आकड़े और प्रभाव
2023 तक मेटा की कर्मचारियों की कुल संख्या लगभग 72,000 थी। इस कटौती से अनुमानित रूप से लगभग 3,600 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं। जुकरबर्ग के अनुसार, इस साल के अंत तक मेटा का लक्ष्य 10% “नॉन-रेग्रेटेबल” अत्रिशन सुनिश्चित करना है, जिसमें से 5% कर्मचारी केवल 2024 में ही प्रभावित होंगे। यह निर्णय स्पष्ट रूप से मेटा की “वर्ष की कुशलता” (Year of Efficiency) पहल का हिस्सा है, जो कंपनी की लागतों को ऑप्टिमाइज करने और संरचनात्मक रूप से सुधारने का उद्देश्य रखती है।

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प्रभावित कर्मचारियों के लिए प्रोत्साहन
मार्क जुकरबर्ग ने यह भी कहा कि मेटा प्रभावित कर्मचारियों को “प्रोत्साहक मुआवजा” प्रदान करेगा। कंपनी ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस कटौती से सबसे ज्यादा प्रभावित वो कर्मचारी होंगे जिन्होंने निर्धारित प्रदर्शन मापदंडों को पूरा नहीं किया है और जिन्होंने नौकरी में पर्याप्त समय बिताया है ताकि उन्हें पूरी समीक्षा मिल सके।

मेटा की आंतरिक नीतियां और संरचनात्मक बदलाव
मेटा की यह छंटनी नीति इसी वर्ष के संरचनात्मक बदलाव और संशोधित कार्य योजनाओं का हिस्सा है। पिछले वर्ष मेटा ने कई कर्मचारियों को निकालने के बाद टीमों के पुनर्गठन और लागत कटौती पर जोर दिया था ताकि लाभ में वृद्धि हो सके। इस छंटनी के अलावा मेटा ने अपनी सामग्री मॉडरेशन नीतियों में भी बदलाव किए हैं, जिनके द्वारा उन विषयों पर पोस्टिंग नियमों को ढीला किया गया था जो विवादित माने गए थे, जैसे की आव्रजन और ट्रांसजेंडर अधिकार। इस फैसले के बावजूद कंपनी पर आरोप भी लगे हैं कि इसके परिणामस्वरूप अव्याख्याय और उपेक्षित समुदायों को नुकसान हो सकता है।

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निरंतर आलोचना
मेटा की कुछ नई नीतियों पर कर्मचारियों और बाहरी समूहों ने आलोचना की है, जैसे कि उनके तीसरे पक्ष के तथ्य-जांच कार्यक्रम की समाप्ति और कार्यबल विविधता में कमी करना। इस कदम को पहले कंपनी द्वारा सार्वजनिक किए गए विविधता वादों के विपरीत माना गया है।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • मेटा ने 2024 में अपने 5% कर्मचारियों की छंटनी का निर्णय लिया है, जो प्रदर्शन सुधार पर केंद्रित है।
  • कर्मचारियों को नौकरी में उनकी कार्यकुशलता के आधार पर प्रभावित किया जाएगा और जुकरबर्ग ने इसे सख्त प्रबंधन निर्णय बताया है।
  • इस कदम के तहत लगभग 3,600 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं, जो कंपनी के कर्मचारियों का 5% हैं।
  • मेटा ने प्रभावित कर्मचारियों को प्रोत्साहक मुआवजा देने का वादा किया है।
  • मेटा की आंतरिक नीतियों में भी कई महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं, जिनमें सामग्री मॉडरेशन और विविधता के मामले शामिल हैं।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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