आख़िर तक – एक नज़र में
- सुचिर बालाजी, ओपनएआई के पूर्व कर्मचारी, नवंबर में अपने सैन फ्रांसिस्को अपार्टमेंट में मृत पाए गए।
- उनकी मां, पूर्णिमा राव ने इसे हत्या बताया और एफबीआई जांच की मांग की।
- पूर्णिमा का दावा है कि बालाजी के पास ओपनएआई के खिलाफ दस्तावेज़ थे।
- पुलिस ने इसे आत्महत्या करार दिया लेकिन मां ने कई संदिग्ध पहलुओं की ओर इशारा किया।
- घटना ने ओपनएआई और इसके कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
ओपनएआई व्हिसलब्लोअर की मौत: हत्या या आत्महत्या?
ओपनएआई के पूर्व कर्मचारी और व्हिसलब्लोअर सुचिर बालाजी नवंबर में अपने सैन फ्रांसिस्को अपार्टमेंट में मृत पाए गए। 26 वर्षीय बालाजी ने कंपनी की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई थी और कथित तौर पर उनके पास ओपनएआई के खिलाफ कुछ दस्तावेज़ थे। उनकी मां पूर्णिमा राव का कहना है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है।
पूर्णिमा राव के आरोप
पूर्णिमा ने अमेरिकी कमेंटेटर टकर कार्लसन को दिए एक साक्षात्कार में आरोप लगाया कि ओपनएआई ने उनके बेटे को मार डाला। उनका दावा है, “मेरे बेटे के पास ओपनएआई के खिलाफ दस्तावेज़ थे। उन्होंने उसे मारा।” उन्होंने यह भी बताया कि सुचिर का अपार्टमेंट रौंदा हुआ पाया गया और बाथरूम में खून के धब्बे थे।
पुलिस और न्याय प्रणाली पर सवाल
पूर्णिमा ने पुलिस पर पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सिर्फ 14 मिनट में इसे आत्महत्या करार दिया और उन्हें कोई संतोषजनक जानकारी नहीं दी।
सुचिर बालाजी का जीवन और विवाद
सुचिर बालाजी ने चार साल तक ओपनएआई में काम किया। उन्होंने कंपनी की फॉर-प्रॉफिट मॉडल को लेकर असंतोष व्यक्त किया था और इसी के चलते इस्तीफा दिया। उनकी मां ने कहा कि कंपनी के मॉडल में बदलाव ने सुचिर को व्हिसलब्लोअर बनने के लिए प्रेरित किया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- सुचिर बालाजी की मौत हत्या या आत्महत्या?
- उनकी मां ने एफबीआई जांच की मांग की है।
- ओपनएआई पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
- पुलिस और जांच प्रक्रियाओं पर सवाल उठे हैं।
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