रूता आह्वाद, जो कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी — शरद पवार (NCP-SP) नेता जितेंद्र आह्वाद की पत्नी हैं, ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में एक विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तुलना आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से की। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
आह्वाद ने ठाणे में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि ओसामा बिन लादेन आतंकवादी नहीं पैदा हुआ था, बल्कि वह सामाजिक परिस्थितियों के कारण ऐसा बना। उन्होंने छात्रों से बिन लादेन की जीवनी पढ़ने की अपील की ताकि वे यह समझ सकें कि वह एक आतंकवादी कैसे बने।
उन्होंने कहा, “आपको ओसामा बिन लादेन की जीवनी पढ़नी चाहिए। जिस तरह एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति बने, उसी तरह ओसामा बिन लादेन आतंकवादी बने। लेकिन वह आतंकवादी क्यों बने? यह समाज था जिसने उन्हें इस दिशा में धकेल दिया।”
आह्वाद के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर आह्वाद और एनसीपी-एसपी की आलोचना की। उन्होंने लिखा, “एनसीपी शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आह्वाद की पत्नी ओसामा बिन लादेन की तारीफ कर रही हैं और उन्हें एपीजे अब्दुल कलाम से जोड़ रही हैं! क्या शरद पवार और राहुल गांधी इस विचार का समर्थन करते हैं कि ओसामा बिन लादेन ‘हुईं’ आतंकवादी थे?”
भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने विपक्षी इंडिया गठबंधन पर वोट बैंक को साधने की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अब इंडी गठबंधन और महाविकास अघाड़ी ने एक नई रणनीति शुरू की है – नेताओं की पत्नियों को ऐसे बयान देने के लिए प्रेरित करना जो आतंक के प्रति सहानुभूति दिखाते हैं!”
यह विवाद महाराष्ट्र में होने वाले आगामी चुनावों से पहले शिंदे के नेतृत्व वाले गठबंधन और विपक्षी दलों के बीच चल रहे राजनीतिक संघर्ष को और बढ़ा देता है। इस मामले पर न तो जितेंद्र आह्वाद और न ही एनसीपी नेतृत्व ने कोई प्रतिक्रिया दी है।
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