आख़िर तक – इन शॉर्ट्स
- SpaceX की Starship Super Heavy रॉकेट की 5वीं टेस्ट फ्लाइट आज लॉन्च होने वाली है, जिसमें चंद्रमा और मंगल तक इंसानों को ले जाने की योजना है।
- Super Heavy बूस्टर को लॉन्च के बाद वापसी पर “चॉपस्टिक्स” नामक रोबोटिक बाहों से पकड़ने की कोशिश की जाएगी।
- यह लॉन्च नासा के आर्टेमिस प्रोग्राम के लिए भी अहम है, जो चंद्रमा पर इंसान को वापस भेजने की तैयारी कर रहा है।
आख़िर तक – इन डेप्थ
SpaceX आज अपने बड़े Starship Super Heavy रॉकेट की पांचवीं टेस्ट फ्लाइट लॉन्च करेगा, जो कंपनी की मानवता को चंद्रमा और मंगल तक पहुंचाने की योजना का एक अहम हिस्सा है। इस फ्लाइट का प्राथमिक उद्देश्य Starship-Super Heavy कॉम्बिनेशन का सफलतापूर्वक लॉन्च करना है। इसके साथ ही, Super Heavy बूस्टर को पुनः लॉन्च साइट पर सटीक लैंडिंग के लिए वापस लाने और लॉन्च टॉवर से जुड़े रोबोटिक “चॉपस्टिक्स” बाहों के साथ पकड़ने की कोशिश की जाएगी।
इससे पहले के फ्लाइट में लगभग 2.5 मिनट के उड़ान के बाद Super Heavy और Starship के दो घटक अलग हो गए थे। बूस्टर की लैंडिंग मेक्सिको की खाड़ी में हुई थी। इस बार, SpaceX ने बूस्टर के सफल पकड़ने की योजना बनाई है, जिससे रॉकेट को फिर से इस्तेमाल करने की प्रक्रिया और भी प्रभावी हो जाएगी।
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