तिरुपति लड्डू में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल पर विवाद छिड़ गया है, जिससे देश भर में हलचल मच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इस मुद्दे पर तुरंत संज्ञान लेते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से इस बारे में रिपोर्ट मांगी है। जेपी नड्डा ने कहा कि यह रिपोर्ट भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) द्वारा बारीकी से जांची जाएगी, और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस सप्ताह के प्रारंभ में, एक बड़ा विवाद तब खड़ा हुआ जब चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया कि पिछली सरकार के दौरान तिरुपति लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी और अन्य घटिया सामग्री का उपयोग किया गया था। उनके इस बयान से लड्डू के भक्तों में चिंता की लहर दौड़ गई है।
सितंबर 22:
इस विवाद के बाद जेपी नड्डा ने प्रेस से बात करते हुए कहा, “मैंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री से बात की है और उनसे इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है। यह रिपोर्ट FSSAI द्वारा गहराई से जांची जाएगी और इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।”
FSSAI का इस मामले में अहम रोल होने जा रहा है, क्योंकि तिरुपति लड्डू की गुणवत्ता के सवाल पर देशभर के लाखों भक्तों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। लड्डू, जो तिरुमला मंदिर में प्रसाद के रूप में दिया जाता है, की पवित्रता और गुणवत्ता को लेकर अब एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
सितंबर 23:
FSSAI ने जांच शुरू करने की घोषणा की है और जल्द ही रिपोर्ट तैयार की जाएगी। तिरुपति लड्डू विवाद ने एक गंभीर मुद्दा खड़ा कर दिया है, और इस पर देशभर की निगाहें टिकी हैं।
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