रेलवे ने कहा कि 95 प्रतिशत से अधिक यात्रियों को सुरक्षित रूप से निकाला गया, कोई गंभीर चोट या हताहत नहीं
रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मैसूरु-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस के प्रभावित कोचों से 95 प्रतिशत से अधिक यात्रियों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया है। अब तक किसी भी यात्री के हताहत या गंभीर रूप से घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है। शनिवार की सुबह चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन से एक विशेष ट्रेन ने रुके हुए यात्रियों को लेकर अपनी यात्रा फिर से शुरू की। यह ट्रेन सुबह लगभग 4:45 बजे स्टेशन से रवाना हुई। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि रुके हुए यात्रियों को ट्रेन के पुनः प्रस्थान से पहले भोजन और पानी उपलब्ध कराया गया।
रेलवे ने विशेष रूप से ध्यान दिया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए। दुर्घटनाग्रस्त कोचों की जांच की जा रही है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। यात्रियों को तुरंत आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए रेलवे स्टेशन पर मदद टीम तैनात की गई थी।
इस घटना से रेलवे सुरक्षा उपायों को लेकर नए सवाल खड़े हुए हैं। हालाँकि रेलवे अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि सभी प्रभावित यात्रियों की स्थिति स्थिर है और उन्हें किसी भी प्रकार की सहायता की जरूरत नहीं है। रेलवे ने यह भी बताया कि ट्रेन सेवा जल्द से जल्द बहाल कर दी गई और यात्रियों को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन बचाव और बहाली कार्यों की निगरानी कर रहे हैं
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा कि वह लगातार बचाव और बहाली कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सरकारी स्टैनली मेडिकल कॉलेज, चेन्नई में घायल यात्रियों से मुलाकात की। वहीं, मंत्री अवदी नासर और शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं। इस पूरे अभियान का उद्देश्य जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य करना और सभी घायलों को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करना है।
बचाव कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी संबंधित विभागों को सतर्क रखा गया है, और मुख्यमंत्री ने इस बारे में विस्तृत रिपोर्टिंग की मांग की है। यात्रियों और उनके परिवारों के लिए सहायता उपाय भी लागू किए गए हैं।
राहुल गांधी का केंद्र पर हमला: “बार-बार की ट्रेन दुर्घटनाओं से सबक नहीं सीखा”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बार-बार हो रही ट्रेन दुर्घटनाओं से सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “मैसूर-दरभंगा ट्रेन दुर्घटना भयावह बालासोर हादसे की तरह ही है—एक यात्री ट्रेन स्थिर मालगाड़ी से टकरा गई। कई दुर्घटनाओं में कई जिंदगियों के खोने के बावजूद कोई सबक नहीं सीखा गया। जवाबदेही सबसे ऊपर से शुरू होती है। आखिर कितने और परिवारों को बर्बाद होना पड़ेगा, इससे पहले कि यह सरकार जागे?”
इस हादसे में सरकार की लापरवाही पर उठाए सवालों के बाद, विपक्ष ने एक बार फिर से रेलवे की सुरक्षा और संरचनात्मक सुधारों पर ध्यान केंद्रित करने की मांग की है।
ट्रेन सेवाओं को बहाल करने के लिए बहाली कार्य जारी, दुर्घटना स्थल पर जुटी भीड़
शनिवार को ट्रेन सेवाओं को बहाल करने के लिए बहाली कार्य तेज़ी से जारी रहा। घटना स्थल से प्राप्त ड्रोन फुटेज में क्षतिग्रस्त डिब्बों को बिखरा हुआ देखा गया, जो इस हादसे की गंभीरता को दर्शाता है। दुर्घटना स्थल पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए, जिससे क्षेत्र में भीड़भाड़ की स्थिति बन गई। रेलवे अधिकारियों ने जल्द से जल्द सेवाएं शुरू करने का आश्वासन दिया है। प्राथमिकता यात्री सुरक्षा और संरचना की मरम्मत है, ताकि यात्रियों की सुविधा पुनः सुचारु हो सके।
सूत्रों के अनुसार, रेलवे के इंजीनियर और कर्मचारी टीम मिलकर क्षतिग्रस्त रेल ट्रैक और डिब्बों की मरम्मत कर रहे हैं। ड्रोन से प्राप्त फुटेज और ग्राउंड रिपोर्ट का उपयोग करके बहाली प्रक्रिया को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। बहाली टीम ने दुर्घटना क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया है, और जल्द ही यातायात सामान्य स्थिति में लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने और यात्री सेवाओं को पुनः सुचारु रूप से संचालित करने में कुछ समय लग सकता है, लेकिन हर संभव प्रयास किया जा रहा है। भीड़ को नियंत्रित करने और दुर्घटना स्थल पर अव्यवस्था से बचने के लिए सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
तमिलनाडु में एक्सप्रेस ट्रेन की मालगाड़ी से टक्कर, 19 लोग घायल, भारतीय रेलवे ने उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए
तमिलनाडु के कवराइपेट्टई रेलवे स्टेशन पर शनिवार को एक चलती एक्सप्रेस ट्रेन और एक स्थिर मालगाड़ी की टक्कर हो गई, जिससे कम से कम 19 लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना के बाद भारतीय रेलवे ने उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। दुर्घटना के तुरंत बाद रेलवे अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना सिग्नल की गड़बड़ी के कारण हो सकती है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही सटीक कारणों का पता चलेगा।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया कि दुर्घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है जो यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। प्राथमिक उपचार के बाद, कुछ यात्रियों को अन्य ट्रेनों में भेजा गया ताकि उनकी यात्रा में अधिक विलंब न हो।
इस घटना के कारण रेलवे यातायात में बाधा आई, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही ट्रैक को साफ कर दिया जाएगा। रेल सेवाएं अस्थायी रूप से प्रभावित हुईं हैं, लेकिन यात्री सुरक्षा सर्वोपरि है, और रेलवे विभाग इस मुद्दे को प्राथमिकता से देख रहा है।
माइसूरू-दरभंगा एक्सप्रेस ट्रेन ने चेन्नई के पास मालगाड़ी से टक्कर मारी, 19 घायल
शुक्रवार को तमिलनाडु के कवाराईपेट्टई रेलवे स्टेशन पर मैसूर-दरभंगा भगमती एक्सप्रेस ट्रेन एक मालगाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में ट्रेन की 13 बोगियां पटरी से उतर गईं और दो बोगियों में आग लग गई। इस घटना में कम से कम 19 यात्री घायल हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह हादसा तब हुआ जब मैसूर-दरभंगा भगमती एक्सप्रेस ट्रेन ने स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी के पिछले हिस्से में टक्कर मार दी। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, ट्रेन चालक दल को ट्रैक पर एक भारी झटका महसूस हुआ, जिससे ट्रेन एक लूप लाइन पर चली गई और वहां खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। सूत्रों के अनुसार, “ट्रेन 109 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी, जब चालक दल को अचानक एक तीव्र झटका महसूस हुआ। इसके बाद ट्रेन लूप लाइन पर गई और एक स्थान पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई।”
हादसे के प्रमुख कारण
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, दुर्घटना के समय यात्री ट्रेन तेज गति से यात्रा कर रही थी और चालक दल को ट्रैक पर अचानक झटका महसूस हुआ, जिसके परिणामस्वरूप यह हादसा हुआ। ट्रेन के इंजन और कई बोगियां पटरी से उतर गईं, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। घटना के बाद मौके पर राहत कार्य तुरंत शुरू किया गया और घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
दुर्घटना के परिणाम और राहत कार्य
हादसे में घायल यात्रियों को त्वरित इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भेजा गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। राहत और बचाव कार्य जारी है, और रेलवे अधिकारी मामले की पूरी जांच कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
सुरक्षा उपाय और जांच
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और कहा है कि सभी सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके। प्राथमिक जांच के अनुसार, ट्रेन के लूप लाइन पर जाने के पीछे तकनीकी खामी हो सकती है, लेकिन इस पर अभी और जांच जारी है।
यात्रियों के लिए रेलवे की राहत सेवा
दक्षिण रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि “हम सभी यात्रियों को चेन्नई सेंट्रल स्टेशन तक EMU ट्रेन के माध्यम से ले जा रहे हैं, और चेन्नई में एक नई ट्रेन तैयार कर दी गई है, जो यात्रियों को दरभंगा या अन्य गंतव्यों तक पहुंचाएगी।”
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने निःशुल्क भोजन, पानी और स्नैक्स की व्यवस्था की है। यह कदम तब उठाया गया जब यात्रा के दौरान अचानक ट्रेन में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे यात्री फंसे हुए थे। रेलवे अधिकारियों ने यह भी कहा कि सभी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि यात्री सुरक्षित और जल्द से जल्द अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
इस घटना के तुरंत बाद, रेलवे ने चेन्नई सेंट्रल स्टेशन पर यात्रियों के लिए सहायता बूथ स्थापित किए हैं, जहां उन्हें पानी और भोजन जैसी आवश्यक सुविधाएं मुफ्त में दी जा रही हैं। यात्रियों ने रेलवे की इस पहल की सराहना की है, क्योंकि इस कदम ने उनकी यात्रा को कुछ हद तक आरामदायक बना दिया है।
रेलवे ने यह भी सुनिश्चित किया है कि किसी भी आपात स्थिति के लिए चिकित्सा सहायता और रेलवे कर्मचारियों की टीम तैनात की गई है। ट्रेन में सवार यात्रियों को अब EMU ट्रेन से चेन्नई सेंट्रल लाया जा रहा है, और उन्हें उनके आगे की यात्रा के लिए नई ट्रेन उपलब्ध कराई जाएगी।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई कठिनाई न हो, रेलवे लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहा है। दक्षिण रेलवे ने कहा कि सभी यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा उनकी प्राथमिकता है, और वे इस दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
ट्रेन दुर्घटना से रेल यातायात प्रभावित, सेवाएं अस्थाई रूप से रोकी गईं
एक बड़ी ट्रेन दुर्घटना के कारण रेल यातायात में गंभीर व्यवधान उत्पन्न हुआ है, जिससे इस मार्ग पर ट्रेन सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी गई हैं। ट्रेन दुर्घटना सुबह के समय हुई, और इसमें दो ट्रेनों के आपस में टकराने की सूचना है। इस टकराव के बाद रेलवे अधिकारियों ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू कर दिया है।
दुर्घटना का प्रभाव
इस दुर्घटना का असर न केवल ट्रेन सेवाओं पर पड़ा है, बल्कि इसके कारण यात्रियों को भी काफी परेशानी हो रही है। राहत दल मौके पर मौजूद हैं और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि रेल यातायात को फिर से शुरू करने के लिए मरम्मत कार्य तेजी से जारी है।
ट्रेन सेवाएं अस्थाई रूप से रोकी गईं
इस मार्ग पर चलने वाली सभी ट्रेन सेवाओं को अस्थाई रूप से रोक दिया गया है। रेलवे द्वारा यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों की जानकारी दी जा रही है ताकि उनकी यात्रा को कम से कम प्रभावित किया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को नियंत्रित करने के बाद ही सेवाओं को फिर से बहाल किया जाएगा।
संभावित कारण
ट्रेन के टकराने के संभावित कारणों की जांच की जा रही है। रेलवे सुरक्षा दल द्वारा गहन जांच शुरू कर दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि दुर्घटना कैसे हुई और भविष्य में इसे कैसे रोका जा सकता है।
पुनर्स्थापना कार्य
अधिकारियों का कहना है कि स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, इस ट्रेन दुर्घटना के बाद कुछ समय तक यातायात बहाल होने में समय लग सकता है।
दुर्घटना स्थल पर डॉक्टरों की टीम, एंबुलेंस, चिकित्सा राहत वैन और बचाव दल मौजूद
दुर्घटना स्थल पर डॉक्टरों की टीम, एंबुलेंस, चिकित्सा राहत वैन और बचाव दल के साथ वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं। अधिकांश यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। कुछ यात्रियों को छोड़ा गया, जबकि घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
यात्रियों के लिए वैकल्पिक परिवहन की व्यवस्था की जा रही है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने कहा है कि यात्रियों को शीघ्र ही उनके गंतव्य तक पहुँचाया जाएगा। बचाव कार्य अभी भी जारी है और सभी आवश्यक संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है।
चिकित्सा राहत वैन और बचाव दल घटना के तुरंत बाद सक्रिय हो गए थे। दुर्घटनाग्रस्त यात्रियों को समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी तत्परता से काम कर रहे हैं।
दुर्घटना में ट्रेन के पटरी से उतरने का कारण तकनीकी खराबी, प्रारंभिक रिपोर्ट
प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, इस ट्रेन दुर्घटना का मुख्य कारण तकनीकी खराबी मानी जा रही है। एक्सप्रेस ट्रेन एक गलत पटरियों पर चली गई और वहीं पहले से खड़ी ट्रेन से टकरा गई। यह हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन को मुख्य लाइन पर चलना था, लेकिन वह अचानक से लूप लाइन में प्रवेश कर गई, जिसके चलते यह गंभीर टक्कर हुई।
दुर्घटना के कारण और भविष्य की सुरक्षा के उपाय
यह हादसा तब हुआ जब ट्रेन ट्रैक पर एक तकनीकी खराबी के कारण गलत दिशा में चली गई। तकनीकी विशेषज्ञ इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि ट्रेन के ट्रैकिंग सिस्टम में किसी प्रकार की खराबी आई थी, जिसकी वजह से यह त्रासदी घटी। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैकिंग सिस्टम की व्यापक जाँच और नियमित रखरखाव की आवश्यकता होगी।
यह पहली बार नहीं है जब किसी तकनीकी खराबी के कारण ऐसी दुर्घटना हुई है। रेलवे विभाग को इस मामले की पूरी जांच करने और सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की आवश्यकता है। लूप लाइनों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं को भविष्य में टाला जा सके।
चेन्नई के पास एक्सप्रेस ट्रेन और मालगाड़ी की टक्कर, 2 कोच में आग लगी
चेन्नई के पास शुक्रवार को एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ जब मैसूर-दरभंगा भागमती एक्सप्रेस ट्रेन की टक्कर एक मालगाड़ी से हो गई। यह दुर्घटना कावाराईपेट्टई रेलवे स्टेशन के पास हुई, जिसमें एक्सप्रेस ट्रेन के छह कोच पटरी से उतर गए और दो कोचों में आग लग गई। हालांकि, इस हादसे में अभी तक कोई हताहत की खबर नहीं है, लेकिन कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है।
तिरुवल्लुर जिला कलेक्टर टी प्रभुशंकर के अनुसार, दुर्घटना के तुरंत बाद बचाव कार्य शुरू हो गया है। हादसे का स्थान स्टेशन के पास होने के कारण राहत कार्यों में तेजी आई। शुरुआती जानकारी के अनुसार, ट्रैक में तकनीकी खराबी के कारण यह हादसा हुआ। एक्सप्रेस ट्रेन लूप लाइन में प्रवेश कर गई और वहीं खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई।
चेन्नई डिवीजन ने राहत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं: 044-25354151 और 044-24354995।
इन शॉर्ट्स
- चेन्नई के पास कावराईपेट्टाई स्टेशन पर भगमती एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर।
- हादसे के बाद दो कोचों में आग लगी, तत्काल बचाव कार्य शुरू।
- त्रिवल्लूर जिले के कलेक्टर टी प्रभुशंकर ने राहत कार्यों की जानकारी दी।
विस्तृत समाचार
शुक्रवार को चेन्नई के पास कावराईपेट्टाई रेलवे स्टेशन के नजदीक एक गंभीर रेल हादसा हुआ। मैसूर से दरभंगा जाने वाली भगमती एक्सप्रेस ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई। इस टक्कर के बाद ट्रेन के दो डिब्बों में भीषण आग लग गई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय हो गईं।
त्रिवल्लूर जिले के कलेक्टर टी प्रभुशंकर ने बताया कि बचाव कार्य पूरी तेजी से चल रहा है और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकालने की कोशिशें जारी हैं। अभी तक टक्कर के कारणों और हताहतों की पूरी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन दुर्घटना स्थल पर स्थिति गंभीर बनी हुई है।
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि घटना के कारणों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, मालगाड़ी से टकराने के बाद भगमती एक्सप्रेस के दो डिब्बों में आग लग गई। राहत कार्यों में स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी जुटी हुई है, और जल्द ही स्थिति पर पूरी तरह से काबू पाने की उम्मीद है।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और हादसे के बारे में अधिक जानकारी के लिए रेलवे हेल्पलाइन का उपयोग करें। दुर्घटना स्थल पर रेलवे कर्मियों की एक बड़ी टीम तैनात की गई है, और रेलगाड़ी की मरम्मत के लिए आवश्यक उपकरण भी भेजे गए हैं।
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