आख़िर तक – एक नज़र में
- संजय राउत ने महा विकास अघाड़ी (MVA) में फूट की अफवाहों को खारिज किया।
- महायूति ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में 230 सीटें जीतीं।
- एमवीए को बड़ी हार का सामना करना पड़ा, केवल 46 सीटें मिलीं।
- राउत ने कहा कि शिवसेना (उद्धव गुट) गठबंधन में बनी रहेगी।
- महायूति का मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
महायूति की जीत और एमवीए की हार
हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायूति ने 288 में से 230 सीटें जीतकर बड़ी सफलता हासिल की। भाजपा ने 132 सीटें, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। इसके विपरीत, महा विकास अघाड़ी (MVA) को सिर्फ 46 सीटें मिलीं, जिसमें कांग्रेस ने 16, एनसीपी (SP) ने 10 और उद्धव सेना ने 20 सीटें जीतीं।
संजय राउत का बयान
संजय राउत ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि उद्धव सेना एमवीए गठबंधन में बनी रहेगी। उन्होंने फूट की अफवाहों को “बेबुनियाद” बताया और कहा कि चुनाव परिणामों के बाद कुछ लोग अपने व्यक्तिगत विचार व्यक्त कर सकते हैं। राउत ने कहा, “जब हमने लोकसभा चुनाव में सफलता हासिल की थी, तब किसी ने नहीं कहा कि उद्धव सेना को गठबंधन से अलग होना चाहिए।”
मुख्यमंत्री पद पर असमंजस
राउत ने महायूति के मुख्यमंत्री पद पर अभी तक कोई फैसला न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत होने के बावजूद, एक सप्ताह बाद भी मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हुआ है। राउत ने महायूति नेताओं की दिल्ली में चल रही बैठकों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के भविष्य का फैसला कभी दिल्ली में नहीं हुआ, यह हमेशा मुंबई में होता था।”
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- संजय राउत ने एमवीए में फूट की खबरों को अफवाह बताया।
- महायूति ने महाराष्ट्र चुनाव में 230 सीटों पर जीत दर्ज की।
- मुख्यमंत्री पद के लिए महायूति में अब तक कोई फैसला नहीं हुआ।
- उद्धव सेना गठबंधन में बनी रहेगी।
- पूरा मामला अभी भी राजनीतिक चर्चा का विषय बना हुआ है।
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