सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड के अधिकारों में कटौती के लिए बिल लाने की तैयारी
नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार वक्फ बोर्ड के अधिकारों को सीमित करने के लिए एक महत्वपूर्ण बिल पेश करने की तैयारी कर रही है। यह बिल वक्फ एक्ट में संशोधनों की एक श्रृंखला का प्रस्ताव करता है, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और निगरानी से संबंधित प्रमुख चिंताओं को संबोधित करना है।
प्रस्तावित संशोधनों का अवलोकन
आगामी संशोधनों में वक्फ बोर्ड को संपत्तियों को “वक्फ संपत्ति” के रूप में नामित करने के अधिकार को सीमित करने का प्रस्ताव शामिल है। यह कदम वक्फ बोर्ड द्वारा की गई संपत्ति के दावों के लिए एक अधिक सख्त सत्यापन प्रक्रिया को लागू करेगा। सूत्रों के अनुसार, सत्यापन अनिवार्य होगा, जिससे संपत्तियों के दुरुपयोग या गलत प्रबंधन को समाप्त किया जा सके।
बिल, जो अगले सप्ताह संसद में पेश होने की उम्मीद है, मौजूदा वक्फ एक्ट में 40 विशिष्ट संशोधनों को रेखांकित करता है। ये परिवर्तन वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और समावेशिता को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
समावेशिता और निगरानी को बढ़ाना
प्रस्तावित संशोधनों का एक महत्वपूर्ण पहलू समावेशिता को बढ़ावा देना है। बिल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केंद्रीय वक्फ परिषद और राज्य बोर्डों में महिलाओं का उचित प्रतिनिधित्व हो। यह कदम वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में अधिक समान प्रतिनिधित्व की दिशा में एक कदम माना जाता है।
प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के अलावा, संशोधन जिला मजिस्ट्रेटों को वक्फ संपत्तियों की निगरानी में शामिल करने का भी प्रस्ताव करते हैं। इसका उद्देश्य विभिन्न राज्यों में संपत्तियों के दावों और उनके सर्वेक्षण में देरी की चिंताओं को संबोधित करना है।
पृष्ठभूमि और संदर्भ
वक्फ एक्ट, जो मूल रूप से 1995 में स्थापित किया गया था, का उद्देश्य “आक़ाफ़” – धार्मिक या दानार्थ प्रयोजनों के लिए मुस्लिम कानून के तहत दान की गई संपत्तियों को विनियमित करना था। 2013 में, यूपीए सरकार ने वक्फ बोर्डों के अधिकार को बढ़ाने के लिए संशोधन किए। हालांकि, वर्तमान प्रशासन ने पिछले ढांचे में कई समस्याओं की पहचान की है, जिसके कारण अधिक सुधार की आवश्यकता महसूस की गई है।
वक्फ बोर्ड वर्तमान में लगभग 870,000 संपत्तियों का प्रबंधन करता है, जो लगभग 940,000 एकड़ में फैली हुई हैं। प्रस्तावित संशोधन संपत्तियों के संभावित दुरुपयोग और अधिक कठोर निगरानी की आवश्यकता के संबंध में उठाए गए चिंताओं का उत्तर हैं।
निष्कर्ष
एनडीए सरकार का प्रस्तावित बिल वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है। अनिवार्य सत्यापन प्रक्रियाओं को पेश करने और महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने के माध्यम से, संशोधन एक अधिक पारदर्शी और जवाबदेह प्रणाली बनाने का उद्देश्य रखते हैं। जैसे-जैसे बिल संसद की ओर बढ़ेगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये प्रस्तावित परिवर्तन वक्फ संपत्तियों के प्रशासन पर किस प्रकार प्रभाव डालते हैं।
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