प्रशांत किशोर के अनिश्चितकालीन उपवास और आलीशान वैन का विवाद

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प्रशांत किशोर को भूख हड़ताल के बाद जमानत, क्या था कारण?

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. चुनावी रणनीतिकार और नेता, प्रशांत किशोर, गांधी मैदान में छात्रों के समर्थन में उपवास पर बैठे हैं।
  2. उनका उपवास बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों के बाद शुरू हुआ है।
  3. लेकिन उनकी आलीशान वैन ने सोशल मीडिया पर विवाद उत्पन्न कर दिया है।
  4. वैन की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है, जिसमें एयर कंडीशनिंग और सोने की व्यवस्था जैसी सुविधाएं हैं।
  5. हालांकि, जन सुराज पार्टी ने इसे राजनीतिक विरोधियों की साजिश बताया और कहा कि असल मुद्दा छात्रों का भविष्य है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

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प्रशांत किशोर का उपवास और छात्र समर्थन
प्रशांत किशोर ने 3 जनवरी को बिहार के पटना शहर के गांधी मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया। यह उपवास बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों को लेकर छात्रों के समर्थन में था। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए हैं, जिनका दावा है कि पेपर लीक के कारण उनकी मेहनत और भविष्य दांव पर लग गया है।

विवाद का कारण बनी आलीशान वैन
प्रशांत किशोर के उपवास स्थल के पास उनकी आलीशान वैन खड़ी पाई गई, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस वैन में शाही सुविधाओं के अलावा एयर कंडीशनिंग, किचन, और सोने की व्यवस्था जैसी सुविधाएं बताई जा रही हैं। इसका बाजार मूल्य कई करोड़ रुपये बताया जा रहा है। इस वैन की मौजूदगी ने राजनीतिक विरोधियों और आलोचकों को चौंका दिया, और यह सोशल मीडिया पर एक नया विवाद बन गया।

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राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विवाद का मंथन
जन सुराज पार्टी के प्रवक्ता विवेक ने इस विवाद का खंडन किया और कहा कि यह पूरी तरह से राजनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “यह कोई मुद्दा नहीं है। असली मुद्दा छात्रों के भविष्य का है।” इस संदर्भ में विरोधी पार्टियों ने उनके खिलाफ बयान दिए और दावा किया कि यह वैन प्रकट करती है कि उपवास और आन्दोलन को लेकर उनका वास्तविक उद्देश्य राजनीति से जुड़ा हुआ है।

कानूनी और राजनीतिक समस्याएं
इस विवाद के बाद प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के नेताओं पर कानून और व्यवस्था बनाए रखने में विघ्न डालने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने शिकायत दर्ज की, जिसमें विरोध प्रदर्शनों को उकसाने का आरोप लगाया गया। इसके साथ ही छात्रों और किशोर के बीच सोमवार को एक अप्रत्याशित झड़प हुई, जिसके बाद पुलिस को पानी की बौछारें छिड़कने के लिए मजबूर होना पड़ा।

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आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  1. प्रशांत किशोर का अनिश्चितकालीन उपवास छात्रों के समर्थन में जारी है, लेकिन उनकी आलीशान वैन ने आलोचनाएं उत्पन्न की हैं।
  2. इस मामले में राजनीतिक विरोधियों द्वारा प्रशांत किशोर की निंदा की जा रही है।
  3. जन सुराज पार्टी का कहना है कि मुद्दा छात्रों के भविष्य का है, न कि किसी वैन का।
  4. इस विवाद ने प्रशांत किशोर और बिहार की राजनीति में नई राजनीतिक रेखाएं खींच दी हैं।


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आख़िर तक मुख्य संपादक
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