टॉप लश्कर आतंकी सैफुल्ला खालिद पाकिस्तान में ढेर

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टॉप लश्कर आतंकी सैफुल्ला खालिद पाकिस्तान में ढेर

आख़िर तक – एक नज़र में

  • लश्कर-ए-तैयबा का टॉप आतंकी सैफुल्ला खालिद पाकिस्तान के सिंध प्रांत में ढेर हो गया।
  • सैफुल्ला खालिद भारत में बेंगलुरु, नागपुर और रामपुर जैसे 3 बड़े आतंकी हमलों का मुख्य साजिशकर्ता था।
  • वह नेपाल में “विनोद कुमार” नाम की नकली पहचान के साथ कई वर्षों तक रहा।
  • पाकिस्तान के सिंध से लश्कर के लिए भर्ती और फंड संग्रह का काम करता था।
  • सैफुल्ला खालिद को कुछ अज्ञात हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

लश्कर का टॉप आतंकी सैफुल्ला खालिद पाकिस्तान में ढेर, भारत में किए थे बड़े हमले

भारत में कई हाई-प्रोफाइल आतंकी हमलों का आरोपी, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक शीर्ष ऑपरेटर सैफुल्ला खालिद पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मारा गया है। सूत्रों ने रविवार को इंडिया टुडे टीवी को यह जानकारी दी। उसे कुछ अज्ञात हमलावरों ने निशाना बनाया। सैफुल्ला खालिद की मौत आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।

भारत में बड़े हमलों का था मास्टरमाइंड

सैफुल्ला खालिद तीन प्रमुख हमलों का मुख्य साजिशकर्ता था। इनमें 2005 में बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान कांग्रेस (ISC) पर हमला शामिल है। इसके अलावा, 2006 में नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मुख्यालय पर हमला भी था। 2008 में रामपुर में CRPF कैंप पर हुए हमले में भी उसकी भूमिका थी। ये हमले तीन वर्षों की अवधि में किए गए थे। इन आतंकी हमलों में कई लोगों की जान गई थी। यह भारतीय धरती पर लश्कर के अभियानों में एक बड़ी वृद्धि का प्रतीक था।

नेपाल में नकली पहचान और गतिविधियां

सैफुल्ला खालिद “विनोद कुमार” के छद्म नाम से काम कर रहा था। वह कई वर्षों तक नेपाल में रहा। वहां वह एक नकली पहचान के तहत रहता था। उसने एक स्थानीय महिला नगमा बानो से शादी भी की थी। माना जाता है कि नेपाल से उसने लश्कर-ए-तैयबा के लिए गतिविधियों का समन्वय किया। वह लो प्रोफाइल बनाए रखते हुए भर्ती और रसद में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था। सैफुल्ला खालिद ने अपनी पहचान छिपाकर आतंकी मंसूबों को अंजाम दिया।

पाकिस्तान में नया ठिकाना और भूमिका

हाल ही में, सैफुल्ला खालिद ने अपना ठिकाना पाकिस्तान में सिंध प्रांत के बदीन जिले के मटली में स्थानांतरित कर लिया था। वहां, वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करना जारी रखे हुए था। यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित एक पाकिस्तानी आतंकवादी समूह है। वह इसके मुखौटा संगठन जमात-उद-दावा के लिए भी काम करता था। उसका मुख्य ध्यान आतंकी अभियानों के लिए भर्ती और फंड संग्रह पर था। पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल वह भारत विरोधी गतिविधियों के लिए कर रहा था।

कश्मीर में भी लश्कर आतंकियों पर कार्रवाई जारी

पिछले हफ्ते, दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में तीन और लश्कर आतंकवादी मारे गए थे। इनमें ‘ऑपरेशंस कमांडर’ शाहिद कुट्टे भी शामिल था। कुट्टे और दो अन्य, अदनान शफी और अहसान उल हक शेख भी मारे गए। अदनान शोपियां के वंदुना मेलहुरा इलाके का निवासी था। अहसान पड़ोसी पुलवामा जिले के मुर्रान इलाके का रहने वाला था। उन्हें शुकरू केलर इलाके में ढेर किया गया। उनके कब्जे से दो एके सीरीज राइफलें बरामद हुईं। बड़ी मात्रा में गोला-बारूद, हथगोले और अन्य युद्धक सामग्री भी मिली। एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि कुट्टे, जो दक्षिण कश्मीर में लश्कर का ऑपरेशन कमांडर था, कश्मीर में आतंकवादी भर्ती को बढ़ावा देता था। उसने कई युवाओं को गुमराह किया और कई निर्दोष लोगों की हत्या की। सैफुल्ला खालिद का मारा जाना इन आतंकियों के नेटवर्क के लिए एक और झटका है।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • लश्कर आतंकी सैफुल्ला खालिद पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अज्ञात हमलावरों द्वारा मारा गया।
  • वह बेंगलुरु, नागपुर और रामपुर में हुए तीन बड़े आतंकी हमलों का मुख्य योजनाकार था।
  • सैफुल्ला खालिद ने नेपाल में “विनोद कुमार” नाम से नकली पहचान बनाकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया।
  • पाकिस्तान में वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए भर्ती और फंड जुटाने का काम कर रहा था।
  • उसकी मौत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता है, खासकर जब कश्मीर में भी आतंकी ढेर हो रहे हैं।

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