पहलगाम आतंकी हमला: अमेरिका का भारत को पूर्ण समर्थन

आख़िर तक
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पहलगाम आतंकी हमला: अमेरिका का भारत को पूर्ण समर्थन

आख़िर तक – एक नज़र में

  • जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत पर अमेरिका ने दुख जताया है।
  • अमेरिकी खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने इस्लामी आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है।
  • गबार्ड ने दोषियों को पकड़ने में अमेरिका का भारत को समर्थन देने का वादा किया है।
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पीएम मोदी से बात कर पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।
  • अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा, कश्मीर आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

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पहलगाम हमले पर अमेरिका भारत के साथ

जम्मू-कश्मीर में हुए भीषण पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने भारत के प्रति दृढ़ समर्थन व्यक्त किया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। अमेरिकी खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने शुक्रवार को इस इस्लामी आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका दोषियों को खोजने में भारत की पूरी मदद करेगा। यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संकल्प के एक दिन बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत हर आतंकवादी और उनके संरक्षकों की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा।

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तुलसी गबार्ड का कड़ा संदेश

तुलसी गबार्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (अब एक्स) पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “पहलगाम में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर किए गए भयानक इस्लामी आतंकी हमले के बाद हम भारत के साथ एकजुटता से खड़े हैं।” उन्होंने आगे कहा, “मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया है, पीएम @narendramodi और भारत के सभी लोगों के साथ हैं।” गबार्ड ने यह भी जोड़ा, “हम आपके साथ हैं और इस जघन्य हमले के लिए जिम्मेदार लोगों का शिकार करने में आपका समर्थन करते हैं।” यह अमेरिका का भारत को समर्थन दर्शाता है।

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अमेरिकी विदेश विभाग का स्पष्ट रुख

इससे कुछ घंटे पहले अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने एक पाकिस्तानी पत्रकार के सवाल को टाल दिया था। पत्रकार पहलगाम आतंकी हमले पर सवाल पूछ रहा था। ब्रूस ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप और सचिव रूबियो ने स्पष्ट किया है, संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के साथ खड़ा है, आतंकवाद के सभी कृत्यों की कड़ी निंदा करता है।” उन्होंने आगे कहा, “हम मारे गए लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। हम इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने का आह्वान करते हैं।” यह कश्मीर आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की नीति दिखाता है।

राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन और संवेदना

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि भारत को संयुक्त राज्य अमेरिका का पूरा समर्थन प्राप्त है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “कश्मीर से बहुत परेशान करने वाली खबर। संयुक्त राज्य अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।” उन्होंने आगे लिखा, “हम मृतकों की आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और भारत के अविश्वसनीय लोगों को हमारा पूरा समर्थन और गहरी संवेदनाएं हैं।”

ट्रंप और मोदी की बातचीत

बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन भी किया था। उन्होंने अपनी संवेदना व्यक्त की और पूर्ण समर्थन की पेशकश की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसकी पुष्टि की। जायसवाल ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस जघन्य हमले के अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए भारत को पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।” उन्होंने यह भी कहा, “भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं।” यह अमेरिका का भारत को समर्थन मजबूत करता है। यह घटनाक्रम पहलगाम आतंकी हमले के बाद द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने भारत के प्रति मजबूत एकजुटता दिखाई है।
  • अमेरिकी खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड ने हमले को इस्लामी आतंकी हमला बताते हुए निंदा की।
  • गबार्ड ने दोषियों को पकड़ने में अमेरिका का भारत को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया।
  • पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी हमले की निंदा की और पीएम मोदी को फोन कर समर्थन जताया।
  • अमेरिका कश्मीर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है और न्याय दिलाने में मदद करेगा।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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