आख़िर तक – एक नज़र में
- केरल निवासी बिनील टीबी, रूस की सैन्य सेवा में काम करते हुए यूक्रेन युद्ध क्षेत्र में मारे गए।
- भारत सरकार ने रूस से अन्य भारतीयों की शीघ्र वापसी की सख्ती से मांग की है।
- बिनील के रिश्तेदार जैन टीके घायल हो गए हैं और मॉस्को अस्पताल में इलाज चल रहा है।
- बिनील और उनके रिश्तेदार को रूस में नौकरी के बहाने बुलाया गया था।
- भारतीय दूतावास स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर परिवारों को मदद दे रहा है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
भारत की रूस से सख्त मांग
भारत सरकार ने केरल निवासी बिनील टीबी की मौत पर रूस सरकार से स्पष्टीकरण मांगा और अन्य भारतीय नागरिकों की तत्काल वापसी की मांग की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने मंगलवार को पुष्टि की कि रूस में बिनील की मृत्यु की खबर गंभीर है और इस मुद्दे को उच्चतम स्तर पर उठाया गया है।
रूस में कैसे फंसे भारतीय?
बिनील और उनके रिश्तेदार जैन टीके आईटीआई डिप्लोमा धारक थे, जो रूस में प्लंबिंग और इलेक्ट्रिशियन कार्य की तलाश में गए थे। वहां पहुंचने के बाद उनके भारतीय पासपोर्ट जब्त कर लिए गए और उन्हें रूसी सैन्य समर्थन सेवा में शामिल कर दिया गया।
मौत और घायल होने की घटनाएं
यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र में कार्यरत बिनील मारे गए, जबकि जैन घायल होकर मॉस्को अस्पताल में भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि उनके परिवार को इस बारे में सरकारी स्तर से संपर्क किया गया है।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय ने रूस से आठ से अधिक भारतीयों की मौत और अन्य की तैनाती की घटनाओं की जांच का आग्रह किया है। अगस्त 2024 में मंत्रालय ने यह भी जानकारी दी थी कि 63 भारतीय सैनिक रूस में तैनात हैं।
दूतावास का सक्रिय सहयोग
भारतीय दूतावास मॉस्को में प्रभावित परिवारों को संवेदनशीलता और सहायता प्रदान करने में जुटा हुआ है। मृतकों के शव भारत वापस लाने की प्रक्रिया पर भी कार्य हो रहा है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- बिनील टीबी की मौत और जैन टीके का घायल होना भारत के लिए गंभीर मुद्दा है।
- सरकार ने रूस से सभी प्रभावित भारतीयों की शीघ्र वापसी का अनुरोध किया है।
- यह घटना विदेशी भूमि पर भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंताओं को बढ़ाती है।
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