उत्तराखंड और हिमाचल में बादल फटने से 23 मौतें; 800 तीर्थयात्री बचाए जाएंगे

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उत्तराखंड और हिमाचल में बादल फटने से 23 मौतें; 800 तीर्थयात्री बचाए जाएंगे

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हाल ही में बादल फटने और भूस्खलनों से 23 लोगों की जान चली गई है। 800 फंसे हुए केदारनाथ तीर्थयात्रियों को बचाने के प्रयास जारी हैं क्योंकि मौसम खराब बना हुआ है।

उत्तराखंड में बादल फटने और बचाव प्रयास

उत्तराखंड में बादल फटने से केदारनाथ, टिहरी, चमोली, देहरादून और हरिद्वार जिलों में 15 मौतें हुई हैं। बचाव कार्यों को तेज किया गया है, और 800 तीर्थयात्रियों को निकालने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

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वर्तमान स्थिति:

  • 7,234 तीर्थयात्री पहले ही केदारनाथ मार्ग से सुरक्षित निकाले जा चुके हैं।
  • केदारनाथ की यात्रा को बादल फटने के कारण निलंबित कर दिया गया है।

भारतीय वायु सेना ने चिनूक और MI17 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। जैसे ही मौसम ठीक होगा, बचाव कार्य फिर से शुरू होंगे, जिससे सभी फंसे हुए लोगों को निकाला जा सके।

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इन्फ्रास्ट्रक्चर पर प्रभाव:

  • 300 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं, जिसमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल है।
  • 712 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 146 गंभीर रूप से प्रभावित हैं और 14 पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और सरकारी प्रतिक्रिया

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से आठ लोगों की मौत हो गई है। बादल फटने के कारण बाढ़ ने कुल्लू, मंडी, और शिमला में कई क्षेत्रों को प्रभावित किया है।

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बचाव कार्य:

  • भूस्खलनों और मलबे के कारण कट-off क्षेत्रों को पहुंचने के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है।
  • भारतीय वायु सेना ने भी हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है।

सरकारी राहत उपाय:

  • मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पीड़ितों के लिए 50,000 रुपये की राहत की घोषणा की।
  • इसके अतिरिक्त, तीन महीनों के लिए 5,000 रुपये का किराया और आवश्यक आपूर्ति प्रदान की जाएगी।

इन्फ्रास्ट्रक्चर पर प्रभाव:

  • 103 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
  • 225 ट्रांसफार्मर और 111 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
  • 115 सड़कें बंद हैं, और 82 बस मार्ग निलंबित हैं।

मौसम चेतावनी: मौसम कार्यालय ने 6 अगस्त तक दस जिलों में भारी बारिश, आंधी-तूफान, और बिजली गिरने के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। संभावित भूस्खलन, बाढ़, और फसलों और इन्फ्रास्ट्रक्चर को नुकसान की चेतावनी दी गई है।

लापता लोग:

  • रामपुर समेज गांव से आठ स्कूल के बच्चे लापता हैं, जिनमें सात लड़कियाँ और एक लड़का शामिल हैं।

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